हरिद्वार : बाबा रामदेव की कोरोना की दवा बनाने को लेकर किये गए दावे के बाद उनपर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। बाबा रामदेव ने कहा कि आयुर्वेद के दुश्मन नहीं चाहते कि आयुर्वेद आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि हमने योग और आयुर्वेद से लोगों को स्वस्थ होने की शिक्षा दी है, फिर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। बाबा रामदेव ने दावा किया है कि आयुष मंत्रालय ने कहा है कि पतंजलि ने कोविड के क्षेत्र में अच्छी पहल की है। बाबा रामदेव ने कहा कि इससे विरोधियों के मंसूबों पर पानी फिर गया है। विरोधियों को कुछ सूझ नहीं रहा। उनके बारे में सोशल मीडिया में कई तरह की बातें फैलाई जा रही हैं।
बाबा रामदेव ने कहा है कि कोविड मैनेजमेंट पर हमने अभी तक जो कार्य किए गए, वो आगे भी जारी रहेंगे। कोरोनिल के लिए गिलोय, अश्वगंधा तुलसी की सुनिश्चित मात्रा लेकर कोरोनिल तैयार की गई है। दालचीनी और अन्य से श्वासारी वटी तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि लोगों ने सोशल मीडिया पर यह बात भी फैला दी कि सात दिनों में बाबा जेल जाएंगे। जाति और धर्म को लेकर भी टिप्पणियां की गईं।
बाबा ने कहा कि हमने कोरोनिल दवा से जुड़ी पूरी रिसर्च आयुष मंत्रालय को दी थी, जिसको भी देखना है वो देख सकता है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कोरोनिल नाम से जो दवा बनाई है। उससे कोरोना के मरीज ठीक हुए हैं। उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। साथ ही कहा कि उनकी रिसर्च टीम कई अन्य गंभीर बीमारियों की दवा बनाने पर भी रिसर्च कर रही है। कुछ के ट्रायल पास हो चुके हैं। बहुत अच्छे परिणाम आ रहे हैं। इससे ड्रग माफिया की चूलें हिल गईं हैं। वो नहीं चाहते कि कोई बाबा और सन्यासी रिसर्च करे।