रुद्रपुर : वेतन बढ़ोतरी समेत अपनी कई सूत्रीय मांगो को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने जमकर प्रदर्शन किया था औऱ सरकार द्वारा मांगे पूरे करने का आश्वासन भी सीएम ने दिया। लेकिन वहीं एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री ने कुछ ऐसा काम किया कि हड़कंप मच गया।
जी हां विभागीय प्रताड़ना से परेशान एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री ने पीएम मोदी समेत सीएम त्रिवेंद्र, मानवाधिकार, डीएम औऱ महिला आय़ोग को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की।
मिली जानकारी के अनुसार वार्ड दो शिवनगर, ट्रांजिट कैंप निवासी अल्पना रस्तोगी ने बताया कि 24 दिसम्बर 2010 को आंगनबाड़ी केन्द्र वार्ड 2-12 विवेक नगर में उसकी नियुक्ति हुई थी। मार्च 2019 का टेक होम राशन धनराशि, मानदेय और भवन किराया और नवम्बर 2019 से जनवरी 2020 महीने तक की टीएचआर धनराशि विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्र को अदा नहीं की गयी है, जो कि लगभग 1 लाख 64 हजार रूपए है। उसके आश्वासन पर विश्वसनीय दुकानदारों ने केन्द्र को उधार में सामान दिया, जिसको उन्होंने लाभार्थियों को बांटा। आरोप है कि धनराशि की मांग को लेकर जब सेविका के पास गयी तो मुख्य सेविका ने उक्त धनराशि प्रदान कराने के एवज में कमीशन की मांग की।
वहीं जब उसने इसमें असमर्थता जताई तो मुख्य सेविका ने आंगनबाड़ी के सभी रजिस्टर और बिल वाउचसर उससे मांग लिये और वापस नहीं लौटाये। महिला ने बताया कि इसके बाद दिसम्बर में उसे पता चला कि उसको पद से हटा दिया गया है। यह पता चलने के बाद वह अपने अधिकारियों के पास गयी, लेकिन वहां से उन्हें कोई न्याय नहीं मिला। बताया कि वह अब अधिकारियों के चक्कर काट रही है लेकिन कोई सुध नहीं ले रहा और इसी से परेशान होकर महिला ने इच्छा मृत्यु की मांग की। आंगन बाड़ी कार्यकत्री ने विभागीय अधिकारियों पर झूठे मामले में जेल भेजने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है। उसने पत्र में इच्छामृत्यु की मांग की है।