जसपुर: जी हां आपने बिल्कुल सही पढ़ा है। ऐसा हुआ सच में हुआ है। इस कारनामे को छात्रवृत्ति घोटाले के लिए अंजाम दिया गया। एसआईअी की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है। एक के बाद एक नये खुलासे सामने आ रहे हैं। ऐसा ही ताजा मामला सामने आया है, जिसमें पांचवीं पास कारपेंटर का एडमिशन बीएड काॅलेज में दिखाया गया है और उसे 2014-2015 में बीएड पासआउट भी दिया गया है। एसआईटी अग राजस्थान के इस बीएड संस्थान पर कार्रवाई की तैयारी में है।
समाज कल्याण विभाग की दशमोत्तर छात्रवृति घोटाले की जांच कर रही एसआईटी के सामने इस ताजा मामले के बाद एक और अजीब केस सामने आया है। पेशे से कारपेंटर का काम करने वाला फरीद हुसैन खुद ये नहीं जानता कि उसके नाम पर किसने इस कारनामे को अंजाम दिया। उसने एसआईटी को बताया कि वो पांचवीं पास है।
छात्रवृति हड़पने के लिए पांचवीं पास हुसैन के नाम राव निहाल सिंह काॅलेज जोधपुर से बीएड की डिग्री भी जारी की जा चुकी है। 2014-2015 सत्र में पांचवीं पास फरीद हुसैन को बीएड पास दिखाया गया है। उसके नाम से बाकायदा छात्रवृति जारी की गई। उसने पांचवीं पास के दस्तावेज भी दिखाए। अब जांच एजेंसी संबंधित संस्थान के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है।