इन दिनों उत्तराखंड के जंगल आग के आघोष में है जिससे प्राकृति को तो नुकसान हुआ ही है साथ ही जानवरों को और लोगों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है…लेकिन अभी तक सरकार की ओर से कोई ठोस कदम आग बुझाने को लेकर नहीं उठाया गया है.
सितारगंज में आग का तांडव, तबाह हुआ गरीब का घर
वहीं सितारगंज में भी आग का तांडव और नुकसान देखने को मिला जिससे एक परिवार का घर तबाह हो गया लेकिन उनकी मदद के लिए आगे आए कुछ लोग. जी हां आग लगने से जलकर खाक हुए घर के पीड़तों को समाज सेवियों ने आर्थिक सहायता दी। समाज सेवियों ने एक माह का राशन बर्तन व एक हजार नगद धनराशि पीड़ित परिवार को देकर की मानवता और भाई चारे की मिशाल क़ायमकी। पीड़ित परिवार ने मदद पाकर खुशी के अंशुओ सें समाज सेवियों का धन्यवाद किया।
गुरुनानक सेवा दल रुद्रपुर के कुछ नौजवान आग मदद को आगे
सितारगंज, मामला पंडरी ग्राम का है जहाँ बीते दिन आग से जलकर एक गरीब परिवार का घर तबाह हो गया । खाने पीने के सामान से लेकर कपड़े और गहने तक जलकर राख हो गए। ऐसे में प्रशाशन द्वारा आर्थिक सहायता के लिए रिपोर्ट तैयार करके भेजी गई ।लेकिन न जाने कब तक उस रिपोर्ट पर कार्यवाही होगी और पीड़ित परिवार की मदद हो सकेगी। खैर वो मदद जब भी मिले मगर उससे पहले पीडित परिवार बिना बर्तनों के कैसे भोजन बनाएगा,क्या खायेगा और क्या पहनेगा इसकी चिंता करते हुए गुरुनानक सेवा दल रुद्रपुर के कुछ नौजवान उन पीड़ितों को ढूंढते हुए उनके घर आ पहुंचे और पीड़ित परिवार को एक माह का राशन, कपड़े ,बर्तन व एक हजार नगद धनराशि दी। इससे लगता है कि धरती पर अभी भी मानवता की भावना रखने वालोन की कमी नहीं है। सबसे बड़ा धर्म ही मानवता है जो की आपस मे लड़ना झगड़ना नहीं बल्कि मुसीबत में एक दूसरे के काम आना सिखाता है।