सुसाइन नोट में लिखा नाम
उस सुसाइन नोट में किसी व्यक्ति का नाम लिखा है, जिसमें मृतक किसान ने व्यक्ति पर आरोप लगाया गया है कि उसने उसके नाम से बैंक से कृषि कार्ड का लोन लिया था। बुजुर्ग किसान का बकाया गन्ने का भुगतान ना होने के कारण वह अपना कर्जा जमा नहीं कर सका। जिसके चलते लोन दिलाने वाले बैंक के एजेंट ने ब्लैक चेक साइन करा लिए थे। और किसान के ऊपर ही चेक का धोखाधड़ी का मामला दर्ज करा दिया. बैंक की तरफ से किसान पर दिन प्रतिदिन कर्ज चुकाने का दबाव बनाया जिससे अपनी बेज्जती को देखते हुए ईश्वर चंद शर्मा ने जहर खाकर जान दे दी.
चेक भर कर पैसा निकाला, किसान को नहीं मिली लोन की रकम
जब हमारे संवाददाता ने इस मामले को लेकर मृतक के परिजनों से बात की उन्होंने बताया कि ईश्वरचंद कर्ज के दबाव में था. उन्होंने किसी एजेंट के द्वारा एक कृषि कार्ड का लोन करवाया था. एजेंट ने उनसे एक चेक लिया हुआ था औऱ लोन पास होने के बाद एजेंट द्वारा चेक भर कर पैसा निकाल लिया गया और इस ईश्वरचंद को कोई पैसा नहीं मिला लेकिन जब बैंक ने कर्ज़ वापस करने का दबाव बनाया तो ईश्वरचंद मानसिक प्रेशर में आ गए और उन्होंने जहर खाकर आत्महत्या कर ली परिजनों ने ईश्वर चंद की जेब से एक सुसाइड नोट मिलने की बात भी कही है.
मौके पर पहुंचे लक्सर पुलिस क्षेत्राधिकारी राजन सिंह से भी इस मामले को लेकर बात की गई तो उन्होंने कहा कि ढाढेकी गांव में ईश्वरचंद उम्र 62 वर्ष नाम के एक किसान ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली है. पुलिस क्षेत्राधिकारी ने मृतक की जेब से सुसाइड नोट निकलने की बात की पुष्टि की है. राजन सिंह ने कहा सुसाइड नोट की जांच कराई जाएगी परिजनों की ओर से जिस प्रकार की तहरीर मिलेगी उसी तरह मामले की जांच करा कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.