देहरादून : दहेज के विरोध में न जाने कितनी जानें गईं, कितने घर उजड़े, कितने आंदोलन हुए और कानून बने पर दहेज और दहेज हत्या ज्यों का त्यों बना हुआ है। दहेज हत्या के मामले में अंकुश लगाने में सिस्टम पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है। दहेज लोभियों ने एक और विवाहिता को मार डाला।
आंखों में खुशी के आंसू लिए किया था विदा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रायवाला से एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें दहेज लोभियों ने नवविवाहिता की हत्या कर दी. जिस बेटी को एक पिता ने लाड-प्यार से पाला और आंखों में खुशी के आंसू लिए विदा किया उन्हें क्या मालूम था कि किन भेड़ियों के घर में उन्होंने अपनी बेटी को भेजा है.
सात महीने पहले ही हुई थी शादी
जी हां मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सात महीने पहले एक बाप ने अपनी बेटी को खुशी खुशी विदा किया था क्या पता था की सात महीने बाद उसकी मौत की खबर आएगी. लडकी के पिता यशपाल सिंह नेगी, खाण्ड गांव, रायवाला ने अपनी बिटिया अर्चना (24) का विवाह रायवाला चंद्रबदनी कालोनी निवासी अभिषेक चौहान से की थी. मगर दहेजलोभी ससुराल वालों ने उस पिता की बिटिया की ऐसी स्थति कर दी की जब दहेज पर दहेज की मांग पूरी न हो पाई तो परिवार ने भितरघात करके अर्चना को 5 अप्रैल रात 8-9 बजे मौत के घाट उतार दिया. आपको बता दें अर्चना पंखे से लटकी मिली थी. इस हत्याकाण्ड में उसका पति अभिषेक, ससुर, सास व दो ननद पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. बता दे कि समाजसेवी रोशन रतूड़ी ने इस मामले के कई पोस्ट शेयर किए हैं।
बेटी बचाओ और बेटी पढाओं के दावे धरे के धरे
वहीं बड़ा सवाल ये है कि भले ही केंद्र और राज्य सरकार अब बेटी बचाओ और बेटी पढाओं के लाख दावे कर रही है और अभियान चला रहा है लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ और ही है जो की इस मामले को लेकर पता लगाया जा सकता है. लेकिन करें भी तो क्या करें जब बेटियों के हत्यारे हमारे समाज में मौजूद हैं…मृतक के पिता ने ससुरालवालों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है. ऐसे दहेज लोभियों को सजा जरुर मिलनी चाहिए.