रुड़की: पिछले दिनों रुड़की के पंजाब नेशनल बैंक की निरंजनपुर शाखा ग्राहकों के खातों से 56 करोड़ का घोटाला सामने आया था। बैंक के ही एक कर्मचारी ने सारी रकम ग्राहकों के खातों से अपने खाते में ट्रांसफर कर ली थी ओर खुद फरार हो गया। मामले में बैंक प्रबंधन ने बैंक मैनेजर को भी दोषी पाया है, जिसके चलते उनको सस्पेंड कर दिया गया है। साथ आॅफिस बाॅय को भी हटा दिया गया है।
इसी साल 23 जनवरी को निरंजनपुर गांव में पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में 12 से ज्यादा ग्राहकों के खाते से 56 लाख दूसरे खातों में ट्रांसफर कर किए गए थे। बैंक अधिकारियों ने जांच के बाद बताया कि ये काम किसी और ने नहीं, बल्कि आॅफिस बाॅस ने किया था। उसे ग्राहकों के खातों से रकम अपने और अपने रिश्तेदारों के खातों में डाली थी।
मामले का पता तब चला था, लोगों लोगों ने अपने पासबुक में एंट्री कराई। आॅफिस बाॅय ने पैसा ट्रांसफर करने से पहले पूरी चालाका दिखाते हुए ग्राहकों के खातों में लगा मैसेज अलर्ट हटाया, जिससे काफी समय तक लोगों को पता ही नहीं चल पाया। एक जांच टीम गठित की थी। बैंक अधिकारियों ने ग्राहकों के खातों से ट्रांसफर की गई लगभग दस लाख रुपये की रकम को सीज भी कर दिया है। रीजनल मैनेजर नरेंद्र कुमार ने बताया कि इस मामले में ब्रांच मैनेजर संजय कुणाल मेहता को और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रोहित कुमार भी सस्पेंड किया है।