नैनीताल : उत्तराखंड में तेंदुए के हमलों में लोगों की जान जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला नैनीताल जिले के तराई पश्चिमी वन प्रभाग के बैलपड़ाव रेंज के लडुआगाड़ क्षेत्र का है, यहां तेंदुए ने 14 साल की बालिका को मार डाला। घटना के वक्त वह घर के पास ही गूल पास बाल बना रही थी. डीएफओ हिमांशु बागरी ने कहा कि पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाएगा तथा तेंदुए को पकड़ने के लिए कैमरा ट्रैप के अलावा पिंजरा भी लगाया जा रहा है।
बैलपड़ाव रेंज के चूनाखान के मदनबेल गांव निवासी दान सिंह का परिवार जंगल के किनारे झोपड़ी में रहता है। दान सिंह की आठवीं में पढ़ने वाली बेटी ममता शनिवार शाम करीब पांच बजे घर से कुछ दूरी पर गूल में कंघी साफ कर रही थी। तभी तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। बच्ची की चीख सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक तेंदुआ उसे जंगल की ओर ले जा चुका था। सभी लोगों ने लड़की कोे ढूंढा। करीब आधे घंटे बाद जंगल में उसका शव मिला।
बैलपड़ाव रेंजर संतोष पंत, एसडीओ शिशुपाल सिंह रावत मोके पर पहुंचे। लोगों ने उनका घेराव कर दिया। उनका कहना था कि तेंदुआ कई दिनों से दिखाई दे रहा है। कई बकरियों को निवाला बना चुका है। लोगों को शांत कराने के बाद कालाढूंगी एसओ दिनेश महंत ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। ममता दो भाइयों योगेश और दीपक की इकलौती बहन थी। दोनों भाइयों, मां रामवती और पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।