देहरादून: उत्तराखंड में बाहरी राज्यों फंसे लोग हर हाल में अपने घर पहुंचना चाहते हैं। उसके लिए लोग हर जोखिम उठाने को भी तैयार हैं। पिछले तीन-चार दिनों में सरकार तो लोगों को ला ही रही है। साथ ही लोग बगैर पास और बिना जानकारी के भी गांव पहुंच रहे हैं। जिससे गांवों पर कोरोना का खतरा मंडाराने लगा है। बाहर से आने वाले कई लोग गांव में मास्क भी नहीं पहन रहे हैं, जिससे खतरा और बढ़ गया है।
ऋषिकेश में बिना पंजीकरण के बाहरी राज्यों में रहने वाले उत्तराखंड प्रवासियों के आने का सिलसिला लगातार जा रही है। इससे कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है। संडे को भी दिल्ली में रह रहे 25 टिहरी मूल के लोग बिना जानकारी के एक निजी बस में सवार होकर मुनिकीरेती स्थित पहुंच गए। प्रशासन ने सभी के स्वास्थ्य की जांच की और बसों से उनके घरों की ओर भेजा।
उससे पहले 33 लोग भी बिना ताए पहुंचे थे। इनके अलावा शनिवार को भी नासिक, महाराष्ट्र से रुद्रप्रयाग मूल के 62 लोग एक ट्रक में सवार होकर मुनिकीरेती पहुंच गए थे। स्थानीय लोगों की तत्परता दिखाते हुए फौरन इसकी सूचना प्रशासन को दी। जिस पर प्रशासन ने सभी के स्वास्थ्य का परीक्षण कर उनके गंतव्यों की ओर भेजा।