पंजाब: उड़ता पंजाब फिल्म हर किसी को याद होगी। उसमें पंजाब में नशाखोरी से हो रही बर्बादी को दिखाया गया था। बताया गया था कि किसी तरह पाकिस्तान और दूसरी जगहों से आ रही हेरोइन से पंजाब का युवा बर्बाद हो रहा है। पंजाब सरकार ने नशाखोरी का शिकार हो चुके युवाओं के लिए एक अनोखी पहल शुरू की है। इस पहल के तहत नेशेड़ियों को सरकारी कर्मचारी गोद लेंगे।
पाकिस्तान से आ रही हेरोइन की सबसे ज्यादा मार प्रदेश को पड़ रही है। अधिकांश नौजवान नशे की दलदल में फंसते जा रहे हैं। नशे से बचाने के लिए पंजाब सरकार एक स्कीम (ईच वन टीच वन) शुरू करने जा रही है, जिसके तहत प्रत्येक सरकारी कर्मचारी एक नशेड़ी व्यक्ति को गोद लेकर उस पर नजर रखेगा और उसे नशे से दूर रहने के लिए जागरूक करेगा। शहीदी दिवस 23 मार्च वाले दिन योजना की घोषणा की जा सकती है।
पाकिस्तानी सीमा से लगे जिलों नशे का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। हेरोइन के नशे से महिलाएं भी नहीं बची हैं। नशा छुड़ाओ केंद्रों में नशेड़ियों की ओपीडी भी काफी बढ़ गई है। नशेड़ियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार नए नशा छुड़ाओ सेंटर स्थापित करने जा रही है। इसके अलावा पंजाब सरकार एक नई योजना के तहत सरकारी मुलाजिमों को एक और जिम्मेदारी सौंपने जा रही है। इस स्कीम के तहत प्रत्येक सरकारी मुलाजिम को एक नशेड़ी नौजवान की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।