देहरादून : कोरोना के कहर में कई कोरोना योद्धा हैं जो की इससे जंग लड़ रहे हैं और इसकी रोकथाम के लिए लोगों को घरों में रहने और कोरोना के प्रति जागरुक कर रहे हैं। वहीं ऐसे में केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की बेटी और स्पर्श गंगा की राष्ट्रीय संयोजिका आरुषि निशंक भी कोरोना से जंग लड़ने के लिए आगे आई हैं।
जी हां आरुषि इन दिनों हाथों से मास्क बना रही हैं जो कि बॉर्डर पर तैनात सैनिकों की सुरक्षा को देखते हुए बनाए गए हैं। आरुषि ने सैनिकों की सुरक्षा को देखते हुए खादी के कपड़े मास्क बनाए हैं वो भी खुद। बता दें कि 2008 से काम कर रही स्पर्श गंगा संस्था की टीम खुद हाथ से खादी के मास्क बना रहे हैं जिसे दोबारा धोकर प्रयोग में लाया जा सकता है। आरुषि ने बेद सादे अंदाज से समाज सेवा में लगी हुई हैं। आरुषि ने न केवल लोगों बल्की बॉर्डरों पर तैैनात सैनिकों की सुरक्षा के लिए नेक काम किया। आरुषि और उनकी टीम ने करीब 10 हजार मास्क आर्म फोर्स क्लीनिक दिल्ली को भेजे हैं। ये मास्क सेना के डॉक्टर और सैनिकों के लिए उपयोग के लिए है।
आरुषि का कहना है कि स्पर्श गंगा की टीम ने एक्वाक्राफ्ट एनजीओ के साथ मिलकर इस काम की शुरूआत की है। इससे आर्थिकी बढ़ाने के साथ ही पर्यावरण के संरक्षण एवं सवर्धन में भी सहायता मिलेगी। साथ ही जो पूरे देश की रक्षा कर रहे हैं उनकी सुरक्षा हो सकेगी।