रामनगर (इफ्तखार हुसैन )- बेशक सूबे में सरकार ‘जीरो टॉलरेंस’ की बात करे लेकिन जमीनी हकीकत इससे उलट है। ये बात इस लिए कही जा रही है कि छटाई की इजाजत लेकर फलपट्टी के एक बगीचे के 6 हरे पेड़ों की जड़ो पर ही आरियां चला दी गई।
जी हां, ये असलियत है रामनगर के तेलीपुरा गांव की जहां भू माफिया के बुलंद हौंसले और तिकड़मबाजी से हरे पेड़ों का बेरहमी से कत्ल कर दिया गया। बताया जा रहा है कि इलाके की फलपट्टी इलाके में भूमाफिया अवैध कालोनी बनाने की मंशा पाले हुए है। लिहाजा उसने उद्यान विभाग से 8 सूखे पेड़ों की लॉपिग की इजाजत ली लेकिन इस इजाजत की आड़ में 6 हरे पेड़ों पर आरी चला दी।
उद्यान विभाग के अधिकारियों की माने तो वंश इंटरप्राइजेज की जमीन पर खडे़ बगीचे में मौजूद 8 सूखे पेड़ों की लॉपिग की परमिशन महकमें ने दी थी। लेकिन सवाल ये है कि क्या महकमें ने इजाजत देने से पहले बाग का मुआयना किया, या परमिशन देने के बाद बगीचे की निगरानी करना मुनासिब क्यों नहीं समझा।
सवाल ये भी है कि जब मामला बेपर्दा हो ही गया है तो क्या ्अब उद्यान विभाग बाग के हरे पेड़ों पर आरियां चलाने वालों के खिलाफ कोई एक्शन लेगा! या यूं ही बात हल्के में टरका दी जाएगी।