कोरोना महामारी के कारण प्रदूषण के लिहाज से देश और दुनिया को बड़ी राहत मिली है। ऐसा लगता है, जैसे प्रकृति ने इस दौरान खुद को फिर से ताजा कर लिया हो। फिर से जीवंत कर लिया हो। सोशल मीडिया में कई तरह की तस्वीरें और दावे किये जा रहे हैं। ऐसा ही एक दावा सोशल मीडिया और कई मीडिया रिपोर्ट में किया गया है कि जो दशकों तक नहीं हुआ, वो कोरोना संकट के दौर में हो गया।
हिमाच्छादित पहाड़ियां
पिछले कई सालों में हवा इतनी शुद्ध नहीं हुई, जितनी लॉकडाउन में हुई है। दावा है कि सहारनपुर से उत्तराखंड में गंगोत्री और यमुनोत्री की हिमाच्छादित पहाड़ियां नजर आ रही हैं। प्रदूषण लेवल कम होने से पहाड़ियां और पर्वत श्रृंखलाएं नजर आ रही हैं। सहारनपुर आयकर विभाग के अधिकारी ने उत्तराखंड की खूबसूरत पहाड़ियों की श्रृंखला गंगोत्री को कैमरे में कैद किया है। यह पहाड़ियां एयर डिस्टेंस के हिसाब से 200 किलोमीटर बताई जा रहीं हैं।
टैक्स अधिकारी दुष्यंत ने ये फोटो खींची
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इनकम टैक्स अधिकारी दुष्यंत ने ये फोटो खींची हैं। उनके अनुसार वसंत विहार दिल्ली रोड सहारनपुर से डीएसएलआर कैमरे से ये तस्वीर कैद की गई हैं, जो उत्तर पूर्व में 60 डिग्री तक सफेद दिख रही थीं। प्रदूषण न हो तो बीस हजार फीट ऊंची कोई भी श्रृंखला दो से तीन सौ किलोमीटर तक दिख सकती हंै। फिलहाल जो कैद हुआ है।
मसूरी के टॉप से गंगोत्री और यमुनोत्री की पर्वत श्रृंखला
अमर उजाला को दिए गए बयान में वन परिक्षेत्र सहारनपुर मंडल के वन संरक्षक वीके जैन के अनुसार जो खूबसूरत चोटियां दिख रहीं हैं। नीचे शिवालिक का जंगल है। ऊंचाई से देखेंगे तो त्रिभुज बना है, तो टॉप वाला पहले दिखता है। उसके नीचे डिस्टर्बेंस रहेगा जो शिवालिक की पहाड़ी है। फिर वैली दिखेगी और फिर टॉप दिखेगा। मसूरी के टॉप से गंगोत्री और यमुनोत्री की पर्वत श्रृंखला तस्वीर में दिख रही है।