उत्तरकाशी- केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर कुमार के बयान से ऐसा भड़की कि किशोर को कहना पड़ा कि अगर उमा ने खर्च सरकारी खजाने के बजाए खुद से किया है तो वे अपने शब्द वापस लेते हैं।
दरअसल केंद्रीय मंत्री उमा भारती हमेशा से उत्तराखंड साधन के लिए आती रहीं हैं और हर साल एक बार अवकाश लेकर वे देवभूमि आती हैं और इस दौरान मंदिरों में पूजा अर्चना करती हैं। लेकिन अबकी दफे नवरात्र प्रवास पर गंगा के माएके आयी उमा ने भंडारा करवाया और दान-दक्षिणा दी। जिस पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने आरोप लगाया कि सारा खर्च सरकारी खजाने से हो रहा है।
किशोर के इस बयान से उमा भारती भड़क गई और उन्होंंने पलटवार करते हुए कहा कि ‘नवरात्र प्रवास पर कुछ कांग्रेस नेताओं की टिप्पणी तथ्यों से परे और शर्मनाक है।’ उमा ने कहा कि नवरात्र प्रवास का सारा खर्च उन्होंने निजी तौर पर किया है।
केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि वह वर्ष में एक बार अवकाश लेकर उत्तराखंड आती हैं। यह यात्रा निजी होती है और इसका सारा खर्च वह स्वयं वहन करती हैं। जब उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार थी तब भी वह यहां आती थीं। उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात है कि एक बड़ी राष्ट्रीय पार्टी के कुछ नेताओं ने ऐसा मर्यादाहीन वक्तव्य दिया है, जो निंदनीय है।
दूसरी ओर किशोर उपाध्याय ने कहा कि अगर उमा भारती ने भंडारा अपने पैसों से कराया है तो वह अपने शब्द वापस लेते हैं। सरकारी खर्चे पर भंडारा करने की जानकारी उन्हें मुखवा में कुछ स्थानीय लोगों ने दी थी।