रूद्रपुर- जहां एक तरफ अस्थायी राजधानी देहरादून सड़क हादसों और लूट-पाट को लेकर च्रर्चा में रहती है वहीं राज्य का एक जिला अब घोटालों के लिए बदनाम हो रहा. हम बात कर रहे हैं जिला उधमसिंह नगर की. जो एक बार फिर घोटाले को लेकर एक बार फिर से सुर्खियों में है। मामला नगर निगम रुद्रपुर से जुड़ा है। जहां पर अधिकारियों की सांठ-गांठ से नगर निगम के अधिकारियों ने निगम को करोड़ों रुपए का चूना लगा लिया है। ये हम नहीं कह रहे बल्कि इसका खुलासा RTI में हुआ है।
करोड़ों में मात्र लाखों का टेक्स भरा
दरअसल, निगम के अधिकारियों ने निगम के खाते में टैक्स तो जमा किया लेकिन जितना राजस्व निगम के कोष में जमा होने था, उतना नहीं हुआ। जहां राजस्व करोड़ों में होना था, वहां मात्र लाखों का राजस्व जमा हुआ है। RTI में हुए खुलासे में पता चला कि 2014-15 में दो दर्जन होटल व नर्सिंग होम को 1 करोड़ 21 लाख रुपए का टेक्स नोटिस दिया गया था। लेकिन अधिकारियों द्वारा 12 लाख रुपये ही निगम के कोष में जमा कर मामले को रफा-दफा कर दिया गया।
उन सभी अधिकारियों के नाम दिए गए
RTI कार्यकर्ता सौरव गंगवार के मुताबिक पूरे मामले की शिकायत वे अधिकारियों से कर चुके हैं। साथ ही उन लोगों के नाम भी अधिकारियों को दे दिए गए हैं, जिन अधिकारियों ने टेक्स वसूलने को लेकर पूरा गोलमाल किया गया है। लेकिन उनका कहना है कि अबतक ना तो जांच हुई है और न ही अबतक किसी पर कोई कार्रवाई की गई है।
निगम में हुए इस घोटाले को लेकर अब डीएम भी सख्त दिखाई दे रहे हैं। उनका कहना है कि उनकी जानकारी में मामला आ गया है। जिसके बाद अब पूरे मामले की विस्तृत जांच करवाई जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि मामले में जो भी अधिकारी और कर्मचारी दोषी पाया जाएगा। उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मालूम हो कि उधमसिंह नगर अपने घोटालों के लिए लगातार चर्चाओं में रहा है। जिसमें NH-74 घोटाला, TDC घोटाला और सिडकुल घोटाला सामने आये हैं।