बेरीनाग: सहकारी समिति का एक ऐसा कारनामा सामने आया है, जिससे हर कोई हैरान है। दो साल पहले बेरीनाग केकर्ज में डूबे किसाने ने आत्महत्या कर ली थी। उस किसान को सहकारी समिति ने मौत के दो साल बाद नोटिस जारी कर कर्ज चुकाने को कहा है। इससे सरकार के हर दावे की पोल खुल गई।
आर्थिक तंगी से जूझने के बाद 2017 में किसान सुरेंद्र सिंह ने मौत को गले लगा लिया था। सरकार ने तब किसान के परिजनों को कर्ज माफी का भरोसा देकर किसी तरह मामले को शांत किया था। बलगड़ी के किसान सुरेंद्र सिंह ने वर्ष 2016 में सहकारी साधन समिति से 75710 का कृषि ऋण लिया था। कर्ज नहीं चुका पाने के तनाव से परेशान होकर 2017 में आत्महत्या कर ली थी।
सरकार ने किसान को कर्ज माफ नहीं किया। साधन सहकारी सतिति को भी सबकुछ पता था, बावजूद इसके नोटिस जारी कर दिया गय मृतक किसान की पत्नी मंजू ने बताया कि वह अभी भी कर्ज के तले दबी हुई है। उसकी आर्थिक स्थिति काफी खराब है। खेती कर किसी तरह वह अपना और अपने दो बेटों का जीवनयापन कर रही है।