पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय नरेंद्र नगर में सीधी भर्ती 2016 के माध्यम से चयनित 29 महिला पुलिस उपनिरीक्षक दीक्षांत और कसम परेड के बाद उत्तराखंड नागरिक पुलिस की मुख्यधारा में शामिल हो गई हैं।
पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय नरेंद्र नगर में अपर पुलिस महानिदेशक राम सिंह मीणा ने दीक्षांत परेड की सलामी ली और महिला उपनिरीक्षकों को कर्तव्य परायणता की शपथ दिलाई। पीटीसी के प्रधानाचार्य पुलिस महानिरिक्षक एके अंशुमान ने बताया कि सीधी भर्ती द्वारा चयनित नागरिक पुलिस की 29 महिलाओं का प्रशिक्षण पिछले साल 17 फरवरी को आरंभ हुआ था। 12 महीने के कठिन प्रशिक्षण के पश्चात महिला उप निरीक्षक अब उत्तराखंड पुलिस की मुख्यधारा में शामिल हो गर्इ है।
मुख्य अतिथि अपर पुलिस महानिदेशक राम सिंह मीणा ने पुलिस का हिस्सा बनी महिला उपनिरीक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड पुलिस ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी अच्छी छवि कायम कर पूरे देश में नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह देश की सीमाओं पर हमारी फौज सुरक्षा कर रही हैं उसी तरह आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस के कंधों पर है।
उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम आने वाली समय की सबसे बड़ी चुनौती है। इसके लिए पुलिस अधिकारियों को तैयार रहना होगा। इस अवसर पर पुलिस महानिरिक्षक प्रशिक्षण मोहन सिंह बगियाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी विमला गुंजयाल, उप प्रधानाचार्य सुखबीर, पूर्व प्रधानाचार्य पुष्कर सिंह सैलाल सिंह आदि उपस्थित थे। कैसे पूर्व 29 महिला उप निरीक्षक प्रशिक्षण सहित पीटीसी में प्रशिक्षणरत 76 महिला उप निरीक्षक और शिक्षकों ने शानदार पासिंग आउट परेड का प्रदर्शन किया।
मुख्य अतिथि अपर पुलिस महानिदेशक राम सिंह मीणा ने बताया कि कसम परेड के पश्चात यह उप निरीक्षक विभिन्न जनपदों में तैनाती लेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पुलिस के लिए यह गर्व की बात है कि पुलिस के पास महिला उपनिरीक्षकों की संख्या लगातार बढ़ रही है।