उत्तरकाशी के सिलक्यारा में पिछले छह दिन से 41 मजदूर सुरंग के अंदर फंसे हुए हैं। सांतवे दिन भी मजदूरों तक पहुंचने की जद्दोजहद जारी है।
इस प्लान पर काम शुरू करेगी रेस्क्यू टीम
उत्तरकाशी के डीएफओ डी.पी. बलूनी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि “कुछ दूसरे विकल्प भी तलाशे जा रहे हैं। टनल के ठीक ऊपर जिस स्पॉट की पहचान की गई है वहां से बोरिंग करके नीचे के लिए गड्ढा किया जाएगा। इसकी गहराई तीन से 3.5 मीटर हो सकती है।”
डी.पी. बलूनी ने कहा कि ” जिन एजेंसियों को बचाव कार्य दिया जा रहा है वे पहले भी इस तरह के काम कर चुकी हैं। आशा है कि हम जल्द से जल्द श्रमिकों के पास पहुंच जाएंगे।”
PMO के पूर्व सलाहकार ने किया सिलक्यारा का निरीक्षण
टनल का दौरा करने के बाद पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने कहा कि, ” हम कोई भी रास्ता तलाशने की एक भी संभावना नहीं छोड़ेंगे क्योंकि जो लोग यहां कई दिनों से फंसे हुए हैं उन तक पहुंचना हमारी प्राथमिकता है। हमारे पास किसी भी संसाधन, विकल्प और विचारों की कमी नहीं है।”
भास्कर खुल्बे ने कहा कि ” हमें बस कुछ समन्वित कार्रवाई की आवश्यकता है और हम टीमें बनाकर किसी तरह वहां पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। हम वर्टिकल ड्रिलिंग का विकल्प भी तलाश रहे हैं। हमें विदेशी लोगों से भी मदद मिल रही है। पीएम मोदी का संदेश है कि ये ऑपरेशन जल्द से जल्द करें। ”
निरीक्षण पर पहुंचे पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने कहा कि “पूरे क्षेत्र की ताकत को इस स्तर तक बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है कि हम जिस बचाव कार्य को करने का इरादा कर रहे हैं, वहां तक पहुंचना श्रमिकों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित रहे। “