उत्तरकाशी में टनल में फंसे मजदूरों को 11 दिन बीत चुके हैं। मजदूरों के रेस्क्यू के लिए दिन-रात रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। बुधवार रात रेस्क्यू के दौरान लोहे की रॉड आने के कारण रेस्क्यू रोक दिया गया था। लेकिन अब रॉड को काटकर दोबारा रेस्क्यू शुरू कर दिया गया है।
रेस्क्यू में आई रूकावट हुई दूर
टनल हादसे में फंसे मजदूरों को बचाने की लगातार कोशिश की जा रही है। बुधवार देर रात ऑर्गर मशीन के सामने लोहे की रॉड आने के कारण रेस्क्यू को रोक दिया गया था। लेकिन आज सुबह रॉड को काटकर दोबारा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।
कुछ ही मीटर ड्रिल करना है बाकी
आपको बता दें कि 54 मीटर तक ड्रिल कर पाइप लगा दिए गए हैं। अब केवल बारह मीटर की दूरी बची है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम सुरंग के भीतर पहुंच गई है। माना जा रहा है कि आज कुछ ही देर में मजदूरों के बाहर आने की खुशखबरी मिल सकती है। सीएम पुष्कर सिंह धामी भी सिलक्यारा पहुंच चुके हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन की आर्नोल्ड डिक्स ने की सराहना
इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन(आईटीए) के अध्यक्ष प्रो.आर्नोल्ड डिक्स ने उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि सुरंग से जुड़े हादसों में जब वो बचाव के लिए पहुंचते हैं तो ज्यादातर मामलों में सुरंग के अंदर फंसे लोगों की मौत हो चुकी होती है। लेकिन यहां जिंदा है और उन्हें बहार निकालने के लिए रात-दिन कोशिशें की जा रही हैं।