उत्तरकाशी के सिलक्यारा में पिछले आठ दिन से 41 मजदूर सुरंग के अंदर फंसे हुए हैं। आज रेस्क्यू ऑपरेशन का नौवां दिन है। श्रमिकों को सुरंग से बाहर निकालने के लिए जद्दोजहद जारी है।
किसी भी श्रमिक को नहीं पहुंचने देंगे चोट : विशेषज्ञ
रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए विदेशी विशेषज्ञ की टीम भी सिलक्यांरा में मौजूद है। विदेशी विशेषज्ञों का कहना है कि हम जानते हैं अंदर क्या हो रहा किसी भी श्रमिक को चोट नहीं पहुंचने देंगे।
रेस्क्यू के लिए मौके पर पहुंचे अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने कहा कि, “सुरंग के अंदर क्या हो रहा है, इसके बारे में हम जानते हैं। हम उन 41 लोगों को बचा रहे हैं और ऐसा करते समय हम किसी को भी चोट नहीं पहुंचने देंगे।
सकारात्मक दिखा रहा रेस्क्यू : अर्नोल्ड डिक्स
अर्नोल्ड डिक्स ने आगे कहा “यह किसी भी जटिल काम की तरह है जहां हमें ऊपर से नीचे तक चारों ओर देखना होता है। यहां टीम बचाव पर इतना ध्यान केंद्रित कर रही है कि किसी और को चोट न पहुंचे। फिलहाल, यह सकारात्मक दिख रहा है। हम सभी एक टीम हैं और पूरी दुनिया हमारे साथ है”
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
सिलक्यारा पहुंचे इंटरनेशनल टनलिंग अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन के अध्यक्ष रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए मौके पर मौजूद हैं। प्रोफेसर अर्नोल्ड डिक्स ने सुरंग के मुख्य द्वार पर बने बाबा बौखनाग के बने नए मंदिर पर पूजा अर्चना की। पूजा अर्चना के बाद वह पिछले नौ दिन से सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने की जद्दोजहद में जुट गए थे।