उत्तरकाशी के सिलक्यारा में 41 जिंदगियां बचाने की जदोजहद 12वें दिन भी जारी है। रेस्क्यू सफल करने के लिए विज्ञान और भगवान दोनों का सहारा लिया जा रहा है। आज सुरंग के मुहाने पर बौखनाग देवता की डोली पहुंची। इस दौरान जल्द रेस्क्यू पूरा करने के लिए की प्रार्थना की गई।
सुरंग के मुहाने पर पहुंची बौखनाग देवता की डोली
सिलक्यारा में मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए लगातार कोशिश की जा रही है। बीते दिनों रेस्क्यू के दौरान बौखनाग देवता की बात सामने आई थी। जिसके बाद सुरंग के मुहाने पर मंदिर बनाया गया। गुरूवार को बौखनाग देवता की डोली सुरंग के मुहाने पर पहुंची।
जल्द रेस्क्यू के लिए की गई प्रार्थना
बौखनाग देवता की डोली सुंरग के पास स्थापित की गए मंदिर में लाया गया और रेस्क्यू अभियान के जल्द से जल्द पूरा होने की प्रार्थना की गई। सुरंग के द्वार पर स्थापित मंदिर में पूजा अर्चना की गई ताकि काम जल्द पूरा हो सके। सभी मजदूरों के जल्द बाहर आने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
सीएम धामी ने दिलाया श्रमिकों को भरोसा
बीते 11 दिन से उत्तरकाशी के सिलक्यारा में निर्माणाधीन टनल में 41 श्रमिक फंसे हुए हैं। आज सीएम धामी ने सिलक्यारा पहुंचकर निर्माणाधीन टनल में फंसे श्रमिकों में से गब्बर सिंह नेगी एवं सबा अहमद से बात कर उनका कुशलक्षेम जाना। सीएम धामी ने उन्हें सकुशल बाहर निकालने हेतु तीव्र गति से चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में भी जानकारी दी। दोनों श्रमिकों ने सभी श्रमिक भाइयों के स्वस्थ और सुरक्षित होने की जानकारी सीएम धामी को दी।