देहरादूऩ- सूबे की टीएसआर सरकार में आज मंत्रियों का पोर्टफोलियो तय हो जाएगा। लेकिन सबसे दिलचस्प सवाल ये है कि टीएसआर सरकार में शिक्षा मंत्री और पेयजल मंत्री कौन बनेगा।
सूत्रों की माने तो टीएसआर कैबिनेट में शामिल सभी मंत्री इन दोनों महकमों को लेने से कतरा रहे हैं और इसका जुगाड़ भिड़ा रहे हैं कि उन्हें पेयजल और शिक्षामंत्रालय न मिले।
ऐसे मे शिक्षा और पेयजल महकमा किसे दिया जाए टीएसआर के लिए ये चुनाव यक्ष प्रश्न बन गया है। सूत्रों पर यकीन किया जाए तो इसी वजह से पोर्टफोलियो के आवंटन में देर हुई है।
दरअसल इन दोनों महकमों को लेकर सूबे की सियासत से मिथक जुड़ा रहा है कि जो इन्हें संभालता है वो अगले चुनाव में सदन का हिस्सा नहीं बनता। अब तक यहां ऐसा ही हुआ है। तीरथ रावत से लेकर मंत्री नैथानी तक इसके साक्षी हैं।
बहरहाल सूत्रों की बात पर यकीन किया जाए तो संघ की पृष्ठभूमि से आए विधायकों को दोनों महकमों से दूर रखा जाएगा। होगा क्या ये तो वक्त ही बताएगा। लेकिन टीएसआर सरकार के बिना महकमों के मंत्रियों को डर सता रहा है।