देहरादून- गढ़वाल और कुमांऊ को सीधे जोड़ने वाले कंडी मार्ग को हर हाल में खोला जाएगा। ये रास्ता उत्तराखंड को बिना यूपी के उत्तराखंड से जोड़ता है।
हालांकि वन एवं पर्यावरण के कानून इस रास्ते की राह में रोड़े बने हुए हैं बावजूद इसके टीएसआर ने मजबूत इच्छा शक्ति जताई है। रावत ने कहा कि इस रास्ते को मौजूदा सरकार खुलवा कर रहेगी। ताकि सूबे की जनता को आराम मिल सके।
इसका ऐलान सूबे के नवे सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून मे प्रेस वार्ता करते हुए किया। सीएम रावत ने कहा कि कुमांऊ और गढ़वाल के मुसाफिर को उत्तरप्रदेश की राह से न गुजरना पड़े इसके लिए कंडी मार्ग की सूबे को हर हाल में जरूरत है। रावत ने कहा कि केंद्र और राज्य में भाजपा सरकार होने के नाते उन्हें उम्मीद है कि कंडी मार्ग खुल जाएगा।
गौरतलब है कि गढ़वाल के कोटद्वार से कुमाऊं के रामनगर को जोड़ने वाला कंडी मार्ग कार्बेट नेशनल पार्क से होकर गुजरता है लिहाजा अब तक आम रास्ता नहीं बन पाया है। हालांकि इस रास्ते को खोलने की मांग तकरीबन 30 साल पुरानी है।
बहरहाल अगर टीएसआर सरकार को कंडी मार्ग खुलवाना ही होगा तो रिजर्व फोरेस्ट से गुजरने के नाते इस सड़क के लिए सुप्रीम कोर्ट भी जाना पड़ सकता है। हालांकि होगा क्या ये तो वक्त ही बताएगा फिलहाल कंडी मार्ग की बात कर टीएसआर ने गढ़वाल और कुमांऊ में एक उम्मीद जताई है।