देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की दोपहर में गायब हुई संवेदनशीलता शाम होते होते लौट आई है। किसान की आत्महत्या पर दोपहर में बेतुका बयान देने वाले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने शाम को जारी अपने बयान में कहा है कि किसान की आत्महत्या दुर्भाग्यपूर्ण है। मुख्यमंत्री ने इसकी मजिस्ट्रेटी जांच कराने के आदेश भी दिए हैं। इसके साथ ही शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की है। मृतक के परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया है।
आपको बता दें किसान ने शनिवार की दोपहर पिथौरागढ़ में सुरेंद्र नाम के किसान की आत्महत्या को आत्महत्या मानने से ही इंकार कर दिया था। उल्टा सीएम ने अपने ऊपर कर्ज होने की बात करनी शुरु कर दी थी। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद उनकी जमकर आलोचना हुई थी।