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पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिल्ली छावला गैंगरेप मामले में पुनर्विचार याचिका का सारा क्रेडिट राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को दिया है। त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुताबिक अनिल बलूनी ने इस पूरे मामले में ठोस पहल की है और पुनर्विचार याचिका के लिए सराहनीय प्रयास किया है। खास बात है कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की भूमिका को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कुछ भी बोलने में बचते दिखाई दे रहे हैं। त्रिवेंद्र के इस बयान से राजनीतिक माहौल गर्मा गया है।
दिल्ली के छावला केस मामले में उपराज्यपाल दिल्ली नए पुनर्विचार याचिका को मंजूर कर लिया है जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल होगी। इस मामले में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है की पुनर्विचार याचिका मंजूर होने के पीछे उत्तराखंड के राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी का विशेष योगदान है क्योंकि उन्होंने 18 नवंबर को पीड़ित परिवार के साथ उपराज्यपाल से मुलाकात की थी और मजबूती के साथ पीड़ित परिवार का पक्ष रखा था।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत मुताबिक उन्होंने अनिल बलूनी से बात की है और यह कहा है कि कोर्ट में पीड़ित परिवार का पक्ष कहीं पर भी कमजोर नहीं होना चाहिए। इसमें सभी लोग साथ हैं। त्रिवेंद्र रावत का कहना है कि अनिल बलूनी ने इस मामले में सबसे महत्वपूर्ण योगदान दिया है।