आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने आज कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। वो कई दिनों से भाजपा से नाराज चल रहे और उन्होनें भाजपा को इस्तीफा दे दिया था। पार्टी छोड़ने के बाद उनकी कांग्रेस में जाने की चर्चा प्रदेश भर में चल रही थी, जो आखिरकार सच साबित हुई।
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नंदकुमार साय ने मुख्यालय में शपथ ली। इस दौरान कांग्रेस के बड़े नेता मुख्यालय में सुबह से ही जुट गए थे, जिसमें सीएम भूपेश बघेल ने नंदकुमार साय को पार्टी की सदस्यता दिलवाई। साय के सदस्यता ग्रहण कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित सभी मंत्री और पार्टी पदाधिकारी शामिल हुए।
सीएम भूपेश बघेल ने दिलाई शपथ
वहीं सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर नंदकुमार साय का स्वागत किया । उन्होनें लिखा हाथ से हाथ, मिला आपका साथ भरोसे के साथ जारी है, आदिवासी हित की बात स्वागत एवं अभिनंदन डॉ नंद कुमार साय जी ।
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साय के कांग्रेस में शामिल होने से भाजपा में खलबली
नंदकुमार साय के भाजपा से इस्तीफा देने के बाद पार्टी में खलबली मची हुई है, जिसके चलते वरिष्ठ नेताओं ने प्रदेश कार्यालय कुशाभाउऊ ठाकरे परिसर में बैठक भी की। इस बैठक में प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के साथ अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
नंदकुमार साय का सरगुजा पर असर
नंदकुमार साय के भाजपा छोड़ने का असर सरगुजा की राजनीति पर पड़ेगा। साय सरगुजा से वर्ष 2004 में सांसद रहे। इससे पहले साय 1989 और 1996 में रायगढ़ लोकसभा सीट से सांसद चुने गए हैं। वर्तमान में सरगुजा संभाग की 14 विधानसभा सीट में से एक पर भी भाजपा के विधायक नहीं हैं।