दरअसल, ट्रैफिक पुलिसकर्मी राकेश कुमार अपनी ड्यूटी खत्म कर बाइक से घर लौट रहा था। बाइक पर उसके साथ एक दारोगा भी था। राकेश ने हेलमेट पहन रखा था, जबकि दारोगा ने हेलमेट नहीं थां इस दौरान सामने से ट्रैफिक एसपी की गाड़ी आ रही थी।एसपी ने दारोगा को बिना हेलमेट के बाइक पर देखा, तो बाइक रुकवाकर दोनों से पूछताछ की।
इस दौरान चेकिंग करने पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी के पास न तो गाड़ी का कागज मिला और न ही इंश्योरेंस पेपर। लिहाजा ट्रैफिक एसपी ने चालान काटने का निर्देश दिया। कुल चालान 18 हजार होता था, लेकिन 36 हजार का चालान काटा गया। ट्रैफिक पुलिसकर्मी राकेश कुमार ने बताया कि वैसे तो उनके ऊपर 18 हजार का फाइन बनता था, लेकिन ट्रैफिक पुलिसकर्मी होने के चलते दोगुना यानि 36 हजार का चालान काटा गया।