जापान में एक बाऱ फिर से भारी तूफान आने के संकेत मिल रहे हैं क्योंकि 60 साल के सबसे ताकतवर तूफान ‘हगिबीस’ के असर से राजधानी टोक्यो का आसमान गुलाबी और बैंगनी हो गया है। तूफान के शनिवार को तट से टकराने की आशंका है। इससे पहले ही तटीय इलाकों में तबाही नजर आने लगी है। 180 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। कई घरों को नुकसान पहुंचा है। प्रशासन ने करीब 42 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। तूफान को ‘हगिबीस’ नाम फिलीपींस ने दिया है। वहां की भाषा में इसका अर्थ ‘रफ्तार’ होता है।
1958 में आई थी तबाही, 1200 लोग मारे गए थे
आपको बता दें कि जापान में 1958 में इसी तरह का तूफान आय़ा था जिससे 1200 लोगों की जिंदगियां लील हो गई थी. इतना ही नहीं बल्कि हजारों बेघर हो गए थे। इस तबाही के वीडियो अब सोशल मीडिया पर काफी वायरल किए जा रहे हैं। हवाएं इतनी तेज हैं कि सड़क पर चलती कई गाड़ियां पलट गईं और अभी एक व्यक्ति की मौत की खबर है। तूफान के चलते जापान के कई इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन की आशंका है। तटीय इलाकों को खाली करा लिया गया है। टोक्यो के अलावा शिजोका, गुन्मा और चीबा से 50 हजार लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है। वहीं जापान के दस प्रांतों से करीब 42 लाख लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया।
सभी हवाई और ट्रेन सेवाएं बंद की गईं
जापान में सभी हवाई सेवाओं को स्थगित कर दिया गया है। जापानी कंपनियों ने 1929 अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानें रद्द कर दी हैं। रेल नेटवर्क को भी बंद कर दिया गया है। टोक्यो में सभी सिनेमाघर, शॉपिंग मॉल और कारखाने बंद कर दिए गए हैं। लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है। इमरजेंसी सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
जापान में रग्बी विश्व कप के सभी मैच रद्द कर खिलाड़ियों को वापस भेजा गया है। इसके अलावा फॉर्मूला वन रेस जापानी ग्रांड प्री को टाल दिया गया है। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। इससे एक दिन पहले उन्होंने लोगों से खाने की चीजें और दवाइयां पास रखने को कहा था। इस बीच जापान के मौसम विभाग के हवाले से कहा गया है कि चीबा के दक्षिण-पूर्वी तट पर 5.7 तीव्रता का भूकंप आया है।