गोंडा/गुवाहाटी: उत्तर प्रदेश में एक मुस्लिम युवक ने साबित कर दिया कि धर्म से कहीं बढ़कर इंसानियत है। उन्होंने सौहार्द की मिसाल पेश की। मुस्लिम युवक ने तरावीह की नमाज छोड़ एक घायल युवक को जिला अस्पताल ले जाकर उसकी जान बचाई। उसके इस फैसले और काम की तारीफ हर कोई कर रहा है। वहीँ, दूसरी और गुवाहाटी में एक मुस्लिम युवा ने अस्पताल में भर्ती मरीज को खून देकर उसकी जान बचायी।
कोतवाली देहात के भगहर बुलंद निवासी शिव सुन्दर पांडेय अपना खेत देखने जा रहे थे। खेत में आये किसी पशु ने उन पर हमला कर दिया। जिससे वो वहीं पर घायल हो गए। उसी रास्ते तरावीह की नमाज पढ़ने के लिए गुजर रहे गांव के ही एडवोकेट अब्दुल नदीम व फरीद अहमद की नजर घायला वस्था में पड़े शिव सुन्दर पर पड़ी तो दोनों युवकों ने मानवता की मिशाल पेश करते हुए। नमाज छोड़कर पहले उसे जिला अस्पताल पहुंचा उसकी जान बचाई।
दूसरी और गुवाहाटी के एक निजी अस्पताल के वार्ड बॉय पानुल्ला अहमद ने अपने दोस्त 50 वर्षीय रंजन गोगोई को खून देकर बचाया। गोगोई के पेट में दो ट्यूमर थे। उनका ऑपरेशन किया जाना था, जिसमें उन्हें ओ पॉजिटिव खून की जरुरत थी। अहमद ने खून देकर एक जान बचाई, लेकिन उन्हें मजबूरन रोजा तोड़ना पड़ा। गोगोई के ट्यूमर का ऑपरेशन सफल रहा जिसका पूरा का पूरा श्रेय अहमद को जाता है। गोगोई का कहना है कि श्मैं अहमद का शुक्रगुजार हूं, एक अंजान शख्स होने के बावजूद उन्होंने मेरी मदद की, साथ ही इसके बदले उन्होंने कुछ लेने से भी इंकार कर दिया।