DGCA की टीम लगातार केदारघाटी मे हेली कंपनियों के तामझाम का मुआयना कर रही हैं। जिनमें हेलीपैड की जांच के साथ शोर और उड़ान की ऊचाई की हिदायत है।
बहरहाल अब तक 11 हेली कंपनियों को DGCA ने केदारघाटी में यात्रियों को केदार धाम पहुंचाने की इजाजत दे दी है। गौरतलब है कि 14 हेलीकंपनियो ने केदारघाटी को कमाई करने का जरिया चुना था और हेलीसेवा देने की इजाजत मांगी थी।
लेकिन NGT की मानकों की हिदायत का ख्याल रखने की सरकारी पैरवी ने हेली कंपनियों की उड़ान पर बंदिश लगा दी थी। जिसके चलते 3 मई को बाबा केदार के धाम में कपाट खुलने के मौके पर कई VIP लोग फंसे रह गए थे।
मामले की नजाकत को देखते हुए सरकार ने गौर किया और फंसे पेच को सुलझाने की कवायद शुरू की। जिसके तहत DGCA को हेली कंपनियों की जांच के आदेश दिए और तय मानकों पर ही उड़ान की इजाजत दी है।
अब तक 11 हेली कंपनियों को परखने के बाद DGCA उन्हें केदारघाटी में उडान भरने की इजाजत दे चुका है। इस बारे में DGCA सूबे की सरकार को जानकारी भी दे चुका है। हालांकि अभी तीन हेली कंपनियों की जांच बाकी रह गई है लेकिन उम्मीद है कि उन्हे भी उड़ान भर कर कमाई करने का मौका मिल जाएगा।