टिहरी: जहां एक ओर पूरे प्रदेश में बारिश के पानी से लोग परेशान हैं, तो वहीं खांड बिरकोट के ग्रामीण पीने के पानी के लिए तरस रहें हैं। करीब दो साल पहले खांड बिरकोट की पेयजल योजना के लिए 50 लाख की वित्तीय स्वीकृति मिली थी, जिसके तहत सैनसारी गदेरे महज तीन किमी पेयजल लाइन गांव तक पहुंचाई जानी थी। लेकिन दो साल बाद भी काम नहीं हो पाया है, जबकि कार्यदायी एजेंसी निर्माण कार्य जारी रहने का दावा कर रही है। योजना का निर्माण कछुआ चाल से हो रहा है, जिससे ग्रामीणों को हैंडपंप से पानी ढोना पड़ रहा है।