टिहरी : लॉकडाउन में भी शराब तस्कर और नशे का अवैध कारोबार करने वाले छुपे हुए बदमाश बाज नहीं आ रहे हैं। वहीं लॉकडाउन की मार झेलने के कारण कई लोग गलत रास्ते को अपना रहे हैं क्योंकि कोरोना महामारी में न किसी के पास नौकरी है और न व्यापार में इतना फायदा हो रहा है। हर ओर मंदी है जिसमे ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए या तो कालाबाजारी कर रहे हैं या तो गलत रास्ता अपना रहे हैं।
ताज मामला प्रतापनगर के दिजुला घाटी के ग्राम पंचायत गैरी राजपूतों का है जहां कल महिला मंगल दल ने रामचंद्र सिंह नेगी पुत्र स्वर्गीय काले सिंह के घर पर धावा बोलकर लमगांव थाने को सूचित किया। महिला मंगल दल के फोन करने पर मौके पर पहुंची। पुलिस और अभियुक्त से सालमेंट ब्लू के 28 पव्वे बरामद कर पुलिस ने अभियुक्त के खिलाफ थाना लमगांव पर मु0अ0स0 17/2020 धारा 60 आबकारी अधिनियम व 188 भा. द. वि. तथा 51 ख आपदा प्रबंधन अधिनियम का अभियोग पंजीकृत किया गया।
ग्रामीणों का आरोप है कि रामचंद्र सिंह पिछले कई सालों से अवैध अंग्रेजी शराब का कारोबार करता है जबकि रामचंद्र सिंह आँखों से विकलांग है। वह आंखों से कुछ देख नहीं पाता है लेकिन उनकी पत्नी इसमें उनका पूरा सहयोग करती है।
लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर लाकडाउन में जगह-जगह बैरल और पुलिस की तैनाती है लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल है, बावजूद इतनी कड़ी निगरानी के पुलिस प्रशासन तहसील प्रशासन सारी व्यवस्थाओं में लगे हैं। बावजूद इसके गांव गांव में अवैध अंग्रेजी शराब पहुंच रही है। यह बड़ा सवाल है कि आखिर शराब गांव तक पहुंच कैसे रही है?