सितारगंज : उधमसिंहनगर जिले के सितारगंज में बाघ द्वारा ग्रामीणों पर हमले के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। ताजा मामला बाराकोली रेंज के तुर्का तिसौर गांव का है। जहां घास काटने गए एक शख्स को बाघ ने अपना निवाला बना लिया। इस घटना से पूरे गांव में दहशत फैल गर्इ है।
मृतक के परिवार को तात्कालिक सहायता के नाम पर 20000 रुपये मुआवजा दे दिया गया है और 300000 रुपये मुआवजे के लिए विभागीयकार्यवाही हो रही है। वही घटना स्थल जहाँ वनविभाग की टीम ने पहुचकर बाघ के पंजे के निशानों के आधार पर पुष्टि की कि ये बाघ के पैर के ही निशान है.
दरअसल, तुर्का तिसौर गांव के शकूर अहमद(50 वर्ष) और मोहम्मद रफी घास काटने के लिए गन्ने के खेत में गए थे। तभी वहां घात लगाकर बैठा बाघ शकूर अहमद को उठा ले गया। दूसरे खेत में घास काट रहे रफीक को इसकी भनक तक नहीं लग पार्इ।
बाघ ने शकूर को करीब पचास मीटर की दूरी पर लेजाकर मौत के घाट उतार दिया। घटना का पता लते ही ग्रामीणों ने इसकी शिकायत वन विभाग को की। जिसके बाद वन दारोगा प्रेम राम दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।