देहरादून- उत्तराखंड की स्पेशल टास्क फोर्स ने बड़ी ठगी का खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया साथ ही कई जगहों पर छापेमारी कर फर्जी ऑफिस को सीज किया. साथ ही कई दस्तावेज भी बरामद किए.
आपको बता दें बीत दिनों पुलिस को गोपनीय सूचना मिली थी कि उत्तराखण्ड, उत्तरप्रदेश औऱ दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में कुछ व्यक्तियों ने कम्पनी स्थापित कर जनता से जमीन के नाम पर एफ.डी/आर.डी बनाकर धनराशि दुगना करने का लालच देकर भारी संख्या में लोगों को अपने जाल में फंसाकर धोखाधड़ी की जा रही है. ठगो ने अपनी वेबसाईट बनाकर प्रचारित-प्रसारित की थी और वेबसाईट में लोगों को अपनी कम्पनी के बिजनेस की ग्रोथ को बढ़ाचढा कर लोगों को भम्रित कर अपनी कम्पनी में धन निवेश करने के लिए प्रेरित किया जा रहा था।
देहरादून निवासी ने की थी शिकायत दर्ज
ठगी के शिकार वादी देहरादून निवासी एक व्यक्ति ने साईबर थाने मे युनाईटेड एग्रो लाईफ इण्डिया लि. कम्पनी के निदेशकों के विरूद्ध लिखित तहरीर दी गई थी, जिसमें जांच के बाद साईबर थाने में 15-2-2018 को एफ.आई.आर. दर्ज की गई थी.
एसटीएफ टीम का किया गया गठन
ठगी का पर्दाफाश करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस.टी.एफ. रिधिम अग्रवाल ने थाने को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये थे और एक संयुक्त टीम गठन किया.उक्त गठित टीम ने प्रकरण में गंभीरता दिखाते हुए छानबीन शुरु की जिस पर पुलिस ने थाना पटेलनगर क्षेत्रान्तर्गत एक मकान पर दबिश दी गई. जहां पर कुछ युवकों ने मिलकर युनाईटेड एग्रो लाईफ इण्डिया लि. कम्पनी का अपना एक कार्यालय खोला था. जहां 9-10 स्थनीय कर्मचारी और कम्पनी के तीन निदेशक कार्य कर रहे थे।
पुलिस टीम ने कमरे में उपलब्ध अभिलेखों और कम्प्यूटरों का गहनता से परीक्षण किया और वहां पर काम करे रहे कर्मचारियों से गहनता से पूछताछ की. जिससे ठगी का सारा काला चिठ्ठा खुलकर पुलिस के सामने आया.
कई फर्जी कम्पनियों से की जा रही थी ठगी
पूछताछ में बताया कि कम्पनी ने लोगों से जमीन के नाम पर एफ.डी/आर.डी. कर धनराशि दुगना करने का प्रलोभन देकर लोगों से ठगी की जा रही थी. जिसमें कि प्रथम दृष्टया काफी अनियमितता होना प्रकाश में आया। जब पुलिस ने दस्तावेजों को खंगाला तो मालूम हुआ कि इनके द्वारा अपनी कम्पनी के अतिरिक्त 01)यूनाईटेड मल्टी ट्रेड प्रा. लि. 2. यूनाईटेड-वी टेक डेवलवपर्स लि. 3. यूनाईटेड वी एग्रो प्राड्यूसर्स कम्पनी लि. 4. यूनाईटेड वी म्यूच्वल एस्योरेन्स निधि लि. और 5. यूनाईटेड वर्ड मारएक्सपर्ट एण्ड इण्डस्ट्रीज प्रा. लि. नाम की कई फर्जी कम्पनियां खाली गई थी। इस सम्बन्ध में कम्पनी के तीन निदेशकों को गिरफ्तार किया गया साथ ही कम्पनी के कार्यालय को सीज किया गया।
उत्तर प्रदेश, बिहार सहित उत्तराखंड में खोली कंपनियां
पूछताछ में ये भी पता चला की इस प्रकार की कम्पनी 31 ब्रान्चे उत्तर प्रदेश, दिल्ली व उत्तराखण्ड राज्य के विभिन्न शहरों में खोली हुई थी, जिसमें से वर्तमान में 08 ब्राचें बन्द कर चुकी थी। उक्त कम्पनी का मुख्य कार्यालय (हेड आफिस) देहरादून स्थित पटेलनगर में स्थापित किया गया था। इनके द्वारा निवेशकों की पुरानी एफडी पूरी होने पर नये निवेशकों की जमा कराई गई धनराशि से कुछ निवेशकों का धन वापस कर दिया जाता था एवं अन्य निवेशकों को बहला फुसलाकर अपनी दूसरी कम्पनियों में धनराशि दुगना-तिगुना करने का लालच देकर निवेश करवाया जाता था।
कम्पनी प्रबन्धकों द्वारा धीरे-धीरे अपनी पुरानी कम्पनियों को बन्द कर नई खोल कर उसमें जनता के व्यक्तियों का धन निवेश करवाया जाता था। साथ ही कम्पनी द्वारा जिस जमीन पर एफ.डी./आर.डी. के नाम पर धन का निवेश कराया जाता था उस जमीन के सम्बन्ध में निवेशक को कोई भी ठोस जानकारी नहीं दी जाती थी बल्कि जमीन के नाम पर बरगलाया जाता था।
दबिश के दौरान मौके पर बरामद दस्तावेजों के सम्बन्ध में भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारियों से जानकारी प्राप्त करने पर ज्ञात हुआ है कि, कम्पनी द्वारा उत्तरांचल निक्षेपक हित संरक्षण अधिनियम 2005 में निहित प्राविधानों का उलंघन किया गया है। साथ ही इस बात की भी सम्भावना है कि सेबी द्वारा क्लेक्टिव इन्वेस्टमेंन्ट स्कीम के अन्र्तगत दिये गये दिशा निर्देशों का भी उलंघन हुआ है, जिसके सम्बन्ध में जॉच की जा रही है।
ये कम्पनी वर्ष 2010 में स्थापित हुई थी। दस्तावेज चैक किये जाने पर कम्पनी का वर्ष 2017 में लगभग 25 करोड़ रूपयों का टर्नओवर होना पाया गया है।
गिरफ्तार अभियुक्तो का नाम
1- मो0 अहसान हैदर पुत्र मो0 युसुफ, हाल निवासी देशऋषि एनक्लेव,पटेलनगर देहरादून। मूल निवासी-ग्राम गुड़करी, थाना कीरतपुर बिजनौर उत्तर प्रदेश (मैनेजिंग डायरेक्टर)
2- शवनवाज पुत्र मो0 युसुफ हल निवासी देशऋषि एनक्लेव,पटेलनगर देहरादून। मूल निवासी-ग्राम गुड़करी, थाना कीरतपुर बिजनौर उत्तर प्रदेश (डायरेक्टर)
3- प्रदीप गुप्ता पुत्र श्रीरमेश चन्द्र गुप्ता हॉल निवासी देशऋषि एनक्लेव ब्ध्व् प्रकाश रतूड़ी चन्द्र विहार कालोनी पटेलनगर देहरादून। मूल निवासी पुरानी सब्जी मंडी पार्क के पास कस्बा कैलारस थाना कैलारस मध्य प्रदेश (असिस्टेन्ट डायरेक्टर)