शामली : यूपी के शामली जिले में अंतरराष्ट्रीय मशहूर भजन गायक, पत्नी और बेटी की अर्थी एक साथ उठी तो पूरा शहर रो पड़ा। परिजनों में कोहराम मच गया। लोगों की आंखें नम हो गई। घर से तीनों शव की यात्रा में भीड़ उमड़ पड़ी। अर्थी को कंधा देने के लिए लोग उमड़ते रहे। श्मशान घाट में एक चिता पति-पत्नी और दूसरी बेटी की जली तो आंसुओं का सैलाब फूट पड़ा।
पंजाबी कॉलोनी में मंगलवार को अजय पाठक, उनकी पत्नी स्नेह पाठक और बेटी वसुंधरा का शव उनके मकान में मिले थे। तीनों की धारदार हथियार से काटकर हत्या की गई थी जबकि बेटे भागवत की हत्या कर शव को डिग्गी में डालकर पानीपत में आग लगा दी गई थी।
पोस्टमार्टम के बाद अजय पाठक, उनकी पत्नी और बेटी का शव एंबुलेंस से घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई। इसके बाद एक अर्थी पर अजय पाठक और उनकी पत्नी का शव और दूसरी अर्थी पर बेटी वसुंधरा की शव यात्रा शुरू हुई तो हर वर्ग के लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। लोग उनकी अर्थी को कंधा देने में आगे आते रहे। रेलवे लाइन के निकट टंकी रोड स्थित श्मशान घाट में शव यात्रा पहुंची। अजय के भतीजे रवि पाठक ने दोनों चिताओं को मुखाग्नि दी।