पिथौरागढ़: वाट्सएप और फेसबुक पर वायरल मैसेज को सही समझकर देश के विभिन्न राज्यों के युवा भर्ती होने पिथौरागढ़ पहुंच गए। लेकिन, जब उनको पता चला कि ये खबर गलत थी, तो वो मायूस हो गए। प्रशासन ने इन युवाओं को वापस भेजने के लिए बसों की व्यवस्था और पांच बसों से लगभग दो सौ युवकों को टनकपुर भेजा गया।
झूठी सूचना पर कई युवक 25 नवंबर को ही यहां पहुंच गए थे। दरअसल, सेना की पिथौरागढ़ में साल 2018 नवंबर माह में भर्ती हुई थी। इसमें अलग-अलग राज्यों के लिए अलग-अलग तिथियां घोषित थीं। 26 नवंबर को उत्तराखंड के युवाओं की भर्ती हुई थी। 27 नवंबर को यूपी के युवाओं की भर्ती थी, जबकि 28 नवंबर को बिहार, झारखंड और उड़ीसा के युवाओं की भर्ती हुई थी।
किसी ने एक साल पुराने समाचार की कटिंग फेसबुक और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल कर दी थी। युवा समाचार की अपडेट तारीख देखे बिना ही सहारनपुर, मुरादाबाद, शामली आदि स्थानों से बड़ी संख्या में युवा भर्ती होने के लिए पिथौरागढ़ चले आए। यहां पहुंचने पर उन्हें सेना में किसी तरह की भर्ती नहीं होने की जब जानकारी मिली तो सभी युवा परेशान हो गए।