देहरादून की एक बेटी इन दिनों अपने गर्भ में अपने सात महीने के बच्चे को लिए पुलिस थाने और अदालत के चक्कर लगाने के लिए मजबूर है। कशिश (काल्पनिक नाम) अपने पति की बेवफाई से बेजार थाने और अदालत के चक्कर लगा रही है। दरअसल देहरादून की रहने वाली कशिश की मुलाकात देहरादून के ही विमल जगूड़ी नाम के एक युवक से हुई। विमल ने युवती को अपने प्यार के जाल में फंसाया और युवती के इमोशंस से खेलना शुरु किया। इस बीच कशिश को विमल ने कई ख्वाब दिखाए। शादी का झांसा देकर उसके साथ कई बार जबरन शारीरिक संबंध भी बनाए। युवती के दबाव डालने के बाद विमल ने कशिश से शादी कर ली। हालांकि विमल ने कशिश से चुपचाप मंदिर में शादी की। विमल के घर वाले देहरादून में ही रहते हैं लेकिन विमल ने अपनी शादी की भनक अपने घर वालों को नहीं लगने दी।
दूसरी शादी की थी तैयारी
शादी के बाद कशिश को देहरादून ही छोड़ कर विमल हैदराबाद में अपनी जॉब करने चला गया। इसके बाद विमल ने युवती से संपर्क कम करने की कोशिश शुरु कर दी। इस बीच कशिश खुद ही हैदराबाद पहुंची और विमल के साथ रही। इसी बीच कशिश को पता चला कि विमल के घर वाले विमल की किसी और लड़की से शादी की तैयारी कर रहें हैं। कशिश ने उस लड़की से बात की तो खुलासा पुख्ता हुआ। इसके बाद विमल की दूसरी शादी होने से पहले ही टूट गई। इस बात से नाराज विमल ने कशिश पर अत्याचार शुरु कर दिए। कशिश के साथ मारपीट और उत्पीड़न शुरु हो गया। इस बीच कशिश गर्भवती भी हो गई। इसके बाद विमल ने कशिश को महज एक महीने में ही जबरन देहरादून वापस भेज दिया।

बार बार बुलाने पर भी नहीं आया
इसके बाद विमल ने कशिश से संपर्क तोड़ लिया। कशिश ने इसकी शिकायत महिला हेल्पलाइन में की। पुलिस अपने अंदाज में इस केस की तहकीकात करती रही और अगस्त से अक्टूबर तक का समय निकल गया। इस बीच पुलिस ने विमल से संपर्क किया और उसे देहरादून आने के लिए कहा। विमल टालमटोल करता रहा और आखिरकार कशिश को लेने नहीं आया। कशिश इस बीच महिला हेल्पलाइन के चक्कर लगाती रही। पूरे पूरे दिन कशिश महिला हेल्पलाइन में ही बैठी रही।
आखिरकार कशिश ने एक बार फिर पुलिस के आला अधिकारियों से गुहार लगाई। इसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। हालांकि कशिश की माने तो थाने में पुलिसवानों ने मुकदमा भी बेहद हल्की धाराओं में ही दर्ज किया। इस बीच खबरउत्तराखंड.कॉम ने विमल से फोन पर संपर्क कर उससे उसका पक्ष जानने की कोशिश भी कि लेकिन विमल ने फोन नहीं उठाया।
अब कशिश एक बार फिर गर्भ में पलते अपने बच्चे के साथ अदालत के दरवाजे पर खड़ी हैं और अपने हिस्से का इंसाफ मांग रही है। कशिश चाहती है कि उसके साथ बेवफाई करने वाले शख्स को कड़ी से कड़ी सजा मिले।