चंपावत: लाॅकडाउन के कारण दूसरे राज्यों और विदेश में फंसे लोग अपने घर वापस आना चाहते हैं। ऐसा ही एक युवक चंपावत का रहने वाला है, जो घर वापस आने के लिए 4000 किलोमीटर का सफर तय कर अपने जिले में तो पहुंच गया, लेकिन अब भी घर से दूर है। युवक ने घर पहुंचने के लिए हवाई यात्रा से लेकर सड़क की लगभग 4 हजार किलोमीटर का सफर तय किया।
चंपावत जिले के खटोली गांव का रहने इस सफर के दौरान मर्चेंट नेवी में तैनात प्रवीण को तीन बार क्वारंटीन सेंटरों में रहना पड़ा। इसके बाद वो अपने राज्य उत्तराखंड में अपने घर के पास पहुचने के बाद भी घर नहीं पहुंच पाया। प्रवीण को एक बार फिर 14 दिनों के लिए क्वारंटीन सेंटर में रहना पड़ रहा है। मर्चेंट नेवी में कार्यरत प्रवीम लॉकडाउन के दौरान ईरान में फंसा हुआ था।
प्रवीण बुराठी ने घर आने के लिए 28 फरवरी का टिकट बुक कराया था। ईरान से उसकी फ्लाईट 28 फरवरी को दिल्ली के लिए रवाना होती, उसके पहले लॉकडाउन हो गया और उसे वहीं पर होटल में शरण लेनी पड़ी। 20 दिन होटल में रहने के बाद वह ईरान से भारत तो आ गया, लेकिन दिल्ली आने के बाद उसे राजस्थान भेज दिया गया, जहां उसे 40 दिन क्वारंटाइन में रहना पड़ा।