देहरादून-काश अगर पुलिस प्रशासन ने पहले ये काम किया होता औऱ विभाग-शासन भी राज्य में व्यवस्थाओं को लेकर सख्त होता तो 1 जुलाई को हुए धूमाकोट बस हादसों में 48 लोगों की जान नहीं जाती. जी हां पौड़ी के धुमाकोट में हुए बस हादसे के बाद परिवहन विभाग यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त हो गया है। विशेष चेकिंग अभियान के दूसरे दिन 40 वाहनों के चालान और 10 वाहन सीज किए गए।
सीएम रावत को झेलना पड़ा जनता का विरोध
हमेशा से देखा गया है कि सरकार-पुलिस प्रशासन हमेशा किसी अनहोनी का इंतजार करते हैं और जब हादसा हो जाता है तब जाकर जागते हैं जिससे लोगों का विरोध भी झेलना पड़ता है जैसा की सीएम त्रिवेंद्र रावत के साथ हुई. जी हां जब सीएम त्रिवेंद्र रावत धूमाकोट में बस हादसे के घटनास्थल पर मुआयना करने गए तो उन्हे विरोध झेलना पड़ा.
शहर के विभिन्न रूटों पर चेकिंग अभियान चलाया गया
विभाग की कार्रवाई से वाहन चालकों में दिनभर हड़कंप मचा रहा। परिवहन विभाग ने मंगलवार को शहर विभिन्न रूटों पर चेकिंग अभियान चलाया। इसमें अलग-अलग स्थानों पर वाहनों को रोककर चेकिंग की गई। इस दौरान कई वाहन ओवरलोड मिले।
अभियान के दौरान 40 वाहनों के चालान और 10 वाहन सीज किए गए
एआरटीओ अरविंद पांडेय ने बताया कि अभियान के दौरान 40 वाहनों के चालान और 10 वाहन सीज किए गए। इसमें 8 वाहन ओवरलोड, 10 बिना फिटनेस के मिले। 21 ड्राइवरों के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था। इसके अलावा 12 मोबाइल का प्रयोग करते हुए पकड़े गए। एक चालक शराब पीकर वाहन चला रहा था। आरटीओ सुधांशु गर्ग ने बताया कि विशेष चेकिंग अभियान जारी रहेगा। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।