हिमाचलः डाॅक्टरों को यूं ही धरती का भगवान नहीं कहा जाता है। डाॅक्टरों ने कई बार खुद को साबित किया है कि वो ही धरती के असल भगवान हैं। हिमाचल के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान आईजीएमसी के डॉक्टरों ने 20 मिनट में मरीज के फेफड़े से पेन का ढक्कन निकाल दिया। ब्रांकोस्कोपी से यह संभव हो पाया। चंबा के विपिन सीने में सीटियां बजने और संक्रमण के बाद अस्पताल पहुंचे थे।
डॉक्टरों ने बताया कि साल 2006 में मुंह के जरिये पेन का ढक्कन मरीज ने गलती से निगल लिया था। इस बीच उन्हें उल्टी हुई और लगा कि ढक्कन निकल गया है। लेकिन मरीज को बार बार इंफेक्शन की समस्या होने लगी। कई जगह डॉक्टरों को भी दिखाया लेकिन सभी टेस्ट रिपोर्ट सही पाई गईं। हालांकि, मरीज को बुखार और सीने में सीटियां बजने की समस्या आती रही।
सब जगह से हार मामने के बाद विपिन एक दिसंबर को आईजीएमसी पहुंचा। डॉक्टरों ने मरीज के सीने के एक्सरे और सीटी स्कैन कराए लेकिन रिपोर्ट सामान्य आई। इसके बाद डॉक्टरों ने ब्रांकोस्कोपी टेस्ट करने का फैसला लिया। इसमें पता चला कि मरीज के फेफड़ों में पेन का ढक्कन फंसा हुआ है। लोकल एनेस्थीसिया और ब्रांकोस्कोपी की मदद से करीब 20 मिनट के भीतर डॉक्टरों ने ढक्कन को निकाल दिया।