हरिद्वार: गुजरात के अरवल्ली के मोडासा के मंगलदास ईश्वरदास कड़िया ने एक अनोखा रिकार्ड कायम किया है। शांतिकुंज हरिद्वार की ओर से गायत्री मंत्र लेखन अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत कडिया ने भी 2013 में गायत्री मंत्र लिखना शुरू किया। तब से लेकर अब तक वो 7 लाख 72 हजार 8 बार मंत्र लिख चुके हैं।
मंगलदास ईश्वरदास कड़िया ने गायत्री मंत्र को 322 किताबों में लिखा है। गायत्री मंत्र लेखन पर विश्व रिकॉर्ड बनने पर शांतिकुंज प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या ने कहा कि गायत्री महामंत्र को सूर्य की उपासना के लिए सबसे सरल और फलदायी मंत्र माना गया है। यह महामंत्र निरोगी जीवन प्रदान करता है।
उन्होंने कहा गायत्री महामंत्र का लेखन साधक को जप से कई गुना अधिक लाभ पहुंचाता है। यही कारण है कि गायत्री परिवार के असंख्य साधक इस अभियान में शामिल होकर लेखन कार्य में जुटे हैं। मंगलदास का कहना है कि गायत्री महामंत्र लेखन में विश्व रिकॉर्ड बनाना गायत्री परिवार के संस्थापक श्रीराम शर्मा आचार्य श्री, माता भगवती देवी शर्मा, डा. प्रणव पंड्या और अन्य लोगों के सहयोग से संभव नहीं था। यह एक ऐसा अनुभव है, जिसको बयां कर पाना थोड़ा मुश्किल है। इससे शांति की अनुभूति होती है।