कुलदीप कुमार शर्मा वित्त मंत्रालय प्रेस में उप प्रबंधक हैं। बजट छापने की पूरी जिम्मेदारी उन्हीं पर होती है। उनको बजट छापने का कई साल का अनुभव है। एक नियम ये भी है कि जब तक बजट पेश नहीं हो जाता तब तक बजट प्रक्रिया से जुड़े सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बाहर जाने की अनुमति नहीं होती है। शर्मा ने मंत्रालय के इस नियम का पालन किया और घर नहीं गए। एक फरवरी को जब संसद में देश का आम बजट पेश किया जाएगा, उसके बाद ही कुलदीप बाहर निकल पाएंग और अपने घर जा पाएंगे।
बजट बनाने की प्रक्रिया सितंबर से शुरू होती है। जो छह महीने तक चलती है। वहीं बजट दस्तावेज छपने की प्रक्रिया हलवा सेरेमनी से शुरू हो जाती है। हलवा सेरेमनी के बाद बजट प्रक्रिया से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी वित्त मंत्रालय में ही रहते हैं। ट्वीट में वित्त मंत्रालय ने लिखा, श्हमें यह बताते हुए अफसोस हो रहा है कि श्री कुलदीप कुमार शर्मा, उप प्रबंधक (प्रेस) ने 26 जनवरी 2020 को अपने पिता को खो दिया। बजट ड्यूटी पर होते हुए वह बाहर नहीं जा सकते थे। अपने पिता को खोने के बावजूद शर्मा ने एक मिनट के लिए भी प्रेस एरिया को नहीं छोड़ने का फैसला लिया।