अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश से निष्कासित कर्मचारियों की पुनः बहाली की मांग को लेकर 56 वर्षीय दाताराम ममगाई हाथ में पेट्रोल की बोतल लेकर पांचवें मंजिल पर चढ़ गए।
सोमवार को सुबह करीब नौ बजे हुई इस घटना से संस्थान प्रबंधन में अफरा तफरी फैल गई। पुलिस और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची गई। बाहर संस्थान के कर्मचारियों और छात्र -छात्राओं की भीड़ लग गई। एम्स की छत पर चढ़े दाताराम ममगाई को पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद दोपहर में उतारा। जहां से पुलिस उन्हें हिरासत में लेकर कोतवाली ले गए। इस दौरान निष्कासित कर्मचारियों के समर्थन में राज्य मंत्री भगत राम कोठारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि यदि निष्कासित कर्मचारियों की बहाली के लिए कोई भी जनप्रतिनिधि नहीं आता है तो भी वह इनके साथ डटे रहेंगे। गौरतलब है कि तकरीबन 50 कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं।
तहसीलदार रेखा आर्य और कोतवाल रितेश शाह, एम्स डायरेक्टर प्रोफेसर रवी कांत से वार्ता करने उनके कक्ष में गए। इसके बाद निष्कासित कर्मचारियों के प्रतिनिधि एम्स के डिप्टी डायरेक्टर अंशुमान गुप्ता से मिले, लेकिन कर्मचारियों की वार्ता बेनतीजा रही। राज्य मंत्री भगतराम कोठारी ने कहा कि जब तक निष्कासित 60 कर्मचारियों की बहाली नहीं की जाती आंदोलन जारी रहेगा। मेयर अनिता ममगाई के नेतृत्व में एक बार फिर 10 लोग डिप्टी डायरेक्टर से मिले। लेकिन वार्ता बेनतीजा रही।