लालकुआं के मोटाहल्दू क्षेत्र में सिंचाई विभाग व जिला प्रशासन की लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई है. वैसे तो सरकार में बैठे हुए नेता संबंधित शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी उत्तराखंड राज्य के हर एक विद्यालय को शिक्षा का हब बनाने की बातें करते रहते हैं लेकिन सोचनीय विषय, विद्यालयों की स्थिति कुछ इस प्रकार हो तो कैसे शिक्षण संस्थानों का बेड़ा पार हो पाएगा। सरकार को कोरे दावों को पोल लालकुआं के मोटाहल्दू में खुलती दिखाई दी.
स्कूल गंदे पाने से लबालब
गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 109 के किनारे राजकीय प्राथमिक विद्यालय व कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय मोटाहल्दू स्थित है पिछले कई वर्षों से यहां विद्यालय का प्रांगण नहर(सिंचाई गुल) के बीमारी वाले गंदे पानी से लबालब हो जाता है, विगत वर्षो की भांति आज फिर गूल का गंदा पानी विद्यालय के कक्षा तक घुस गया जिससे एक ओर बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई तो वहीं दूसरी ओर संक्रमित बीमारी फैलने का खतरा भी बढ़ गया है. विद्यालय स्टाफ और बच्चों को कीचड़ से भरे हुए कमरों में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर होना पड़ा।
और ऐसा नहीं है कि शिकायत नहीं की गई….इस समस्या की विद्यालय स्टाफ व क्षेत्रीय गणमान्य लोगों ने मामले की कई बार शिकायत की है लेकिन अब तक समस्या जस की तस बनी हुई है। है। बता दें कि विद्यालय की स्थिति कुछ इस प्रकार है यहाँ आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान यहाँ पोलिंग बूथ बनाया जाना हैं. ऐसे में सोचनीय विषय यह है कि मतदान के दिन भी विद्यालय प्रांगण इसी प्रकार गंदे पानी से लबालब हो जाता है तो इसका सीधा असर वोट प्रतिशत पर भी देखने को मिल सकता है। इस कारण वोट प्रतिशत भी गिर सकता है.
अब देखना यह होगा कि चुनाव आयोग इस समस्या से कैसे निपटता है या फिर यह समस्या जस की तस बनी रहेगी। इधर जब पूरे मामले पर उप जिलाधिकारी को बताया गया तो उन्होंने कहा कि आपके माध्यम से मुझे यह जानकारी प्राप्त हुई है जिसका निस्तारण वह स्वयं करवाएंगे ताकि किसी प्रकार की समस्या ना रह सके।