कोरोना को लेकर नया खुलासा हुआ है। खुलासा इस महामारी के लक्षणों को लेकर है। कई लोग इस गलफत में हैं कि अगर वो किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं या फिर किसी ऐसी जगह से आए हैं, जहां कोरोना का संक्रमण ज्यादा है। फिर भी उनमें कोरोना के लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं, तो उनको कोरोना नहीं हुआ है। उनकी ये धारणा एकदम गलत है।
कोरोना के तीन ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें कोरोना का एक भी लक्षण नहीं था, लेकिन उनकी रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। एक मामला ऐसा भी है, जिसमें कोरोना संक्रमित युवक की स्वाद महसूस करने और सूंघने की शक्ति चली गई। उसमें भी कोरोना पाॅजिटिव पाया गया। हिमाचल के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (आईजीएमसी) में कोरोना के तीन जमातियों में शुरुआत में कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं। बावजूद इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में मौजूदा समय में तीन जमाती भर्ती हैं। इनमें दो 17-17 साल के दो नाबालिग और एक 55 साल का व्यक्ति है। ई-ब्लॉक स्थित आईसोलेशन वार्ड में इन्हें दाखिल किया गया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि तीनों गाजियाबाद के रहने वाले हैं। दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल हुए थे। अत्यधिक भीड़ होने के कारण ये वहां से 18 मार्च को लौट आए। इसके बाद इन्हें नालागढ़ में पकड़ा गया और क्वारंटीन किया गया। जब सैंपल जांच के लिए आईजीएमसी भेजे तो देर रात इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।