संवाददाता। केदारघाटी में एक बार फिर नर कंकालों के मिलने से केदारनाथ त्रासदी की तस्वीरें सभी के जेहन में ताजा हो गईं हैं। इस बार नर कंकालों को ट्रैकर्स के दल ने खोजा है। नरकंकालों को देख कर लगता है मानों लोग मंदाकिनी के प्रवाह से बचने के लिए नीचे त्रिजुगीनारायण के रास्ते पर भागे होंगे। नर कंकालों को देख इस बात का भी अंदाज लगाया जा सकता है कि इन लोगों ने पत्थरों के पीछे और छोटी छोटी खोह में छिपकर खुद को प्रकृति के कोप से बचाने की कोशिश की होगी। चूंकि ये लोग जिस रास्ते पर आगे बढ़े उस रास्ते पर पीने का पानी नहीं है लिहाजा ये माना जा रहा है कि कई लोग काफी दिनों तक पानी न मिलने से वहीं तड़प तड़प कर मर गए होंगे। सवाल, तब के सरकारी तंत्र पर भी उठ रहें हैं। क्योंकि तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने सार्वजनिक रूप से ये कहा था केदारघाटी में सर्च ऑपरेशन पूरी तरह से खत्म हो चुका है और वहां अब कोई नहीं हैं। फिलहाल हम आपको ट्रैकर्स के जरिए वीडियो दिखा रहें हैं जिसमें यहां वहां नर कंकाल बिखरे पड़े हैं।