देहरादून : एक ओर जहां उत्तराखंड सहित पहाड़ी राज्य जैसे हिमाचल में हो रही बर्फबारी का मजा पर्यटक औऱ स्थानीय लोग खूब उठा रहे हैं ऐसे में ऐसे हमारे देश के वीर जवान जिंहें हिमवीर के नाम से भी जाना जाता है भारी बंदूक लेकर हिमालयी क्षेत्रों में ठंड के बीच, कई फीट बर्फ के बीच भारता माता की, देश के लोगों की रक्षा कर रहे हैं.
खाना-पीना मिल जाए वो ही काफी है…फिर बात तो फोन औऱ नेटवर्क की है
उनके चेहरे पर एक मिनट भी ठंड का खौफ या बॉर्डर पर ड्यूटी करने का डर नहीं है. औऱ रही बात बर्फबारी की तो हिमवीर के लिए बर्फबारी कोई नहीं बात नहीं है क्योंकि जब बात भारत देश केी रक्षा की हो तो क्या बॉर्डर, क्या बर्फबारी और क्या बर्फबारी का लुत्फ…और तो और अपने परिवार, बीवी बच्चों, मां-बाप तक से बात नहीं कर पाते क्यों इतनी बर्फबारी में खाना-पीना मिल जाए वो ही काफी है…फिर बात तो फोन औऱ नेटवर्क की है. उनके सामने तो बस एक ही लक्ष्य है देश की रक्षा करना, देश के लोगों की रक्षा करना.
हिमवीरों की आंखों में लगे चश्में कोई फेशन नहीं
हिमवीरों की आंखों में लगे चश्में कोई फेशन नहीं और न ही किसी को दिखाने के लिए लगाएं गए हैं क्योंकि पहाड़ी औऱ बर्फबारी के बीच उन चंद हिमवीरों के अलावा कोई नहीं है जो उनकी तारीफ करे. और हिमवीरों किसी तारीफ के मोहताज भी नहीं है. क्योंकि जिस शरीर में औऱ जिस इंसान को वर्दी नसीब हो उसे किसी की तारीफ और फेशन की जरुरत नहीं होती बल्कि हर किसी को उनपर गर्व होता है…कहते हैं वर्दी चाहे वो पुलिस की हो या फिर आर्मी की या फिर कोई भी फोर्स की…जो भी पहनता है उसे औऱ किसी साज-सज्जा की जरुरतत नहीं होती. और ये चश्मे चमचमाती बर्फ से खुद की आंखों से राहत पहुंचाना है ताकि आंखों में बर्फ की चमक कम हो औऱ वो हर ओर सही से देख पाएं.
ऐसे हिमवीरों को हमारा, खबर उत्तराखंड का, देश की जनता का सलाम