देहरादून: दो दिन पहले मुंबई के रेस्टोरेंट में एक आदमी की पॉकेट में मोबाइल ब्लास्ट हो गया। उसके कपड़े जल गए। गनीमत यह रही की उस आदमी को नुकसान नहीं पहुंचा। अक्सर मोबाइल ब्लास्ट की खबरें आती रहती हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी बातें बता रहे हैं जिन्हें ध्यान में रखकर मोबाइल को ब्लास्ट होने से बचा सकते हैं।
मोबाइल इंजीनियर अविनाश सोलंकी ने बताया कि आज कल मोबाइल सबसे बड़ी जरूरत बन गया है। ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि चार्ज करते वक्त मोबाइल यूज करने से ब्लास्ट हो जाता है। चार्जिंग के वक्त मोबाइल कतई यूज न करें। अगर मोबाइल स्विच ऑफ करके चार्ज करते हैं तो फास्ट चार्ज होता है।बताया कि कुछ एंड्रॉएड स्मार्ट फोन्स में मालवेयर और बग होता है जो चार्जिंग के दौरान मदरबोर्ड पर दबाव बनाते हैं जिससे फोन फट जाता है। इन मालवेयर को आसान भाषा में वायरस कहा जाता हैं। ऐसे मालवेयर और बग से अपने फोन को बचाने के लिए आपके फोन में एंटिवायरस होना बेहद जरूरी है।
फोन का सामंजस्य एक जैसा नहीं बैठता और फोन विस्फोट हो जाता
कुछ मोबाइल फोन में सस्ते और घटिया इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लगे होते हैं जिनके फटने का डर हमेशा बना रहता है। यह उपकरण इसलिए फट सकते हैं क्योंकि इनका और फोन का सामंजस्य एक जैसा नहीं बैठता और फोन विस्फोट हो जाता है। लोकल चार्जर के इस्तेमाल से भी बचें।चार्जिंग से फोन के मदरबोर्ड पर दबाव पड़ता है जिसके कारण फोन का बैक हिस्सा गर्म होने लगता है। चार्जिंग करते समय फोन का इस्तेमाल करने से फोन की बैटरी फटने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है।
इंटरनेशनल नंबर से कॉल या मिस्डकॉल आने पर भी मोबाइल फोन की बैटरी फट सकती है
इंटरनेशनल नंबर से कॉल या मिस्डकॉल आने पर भी मोबाइल फोन की बैटरी फट सकती है। अगर कोई इंटरनेशनल नंबर से कॉल पर बात करता है और वह कुछ समय से ज्यादा देर तक बात करता है तो ऐसे में फोन ब्लास्ट हो सकता है। कई देशों में ऐसा होते हुए भी देखा गया है।