देेेहरादूूून। कोराना वायरस से रोकथाम के लिए उत्तराखण्ड सरकार और अर्द्धसैनिक बलों के बीच सम्न्वय बैठक ओयोजित की गई। बैठक में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह के साथ ही अर्द्धसैनिक बलों के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में सैनिक प्रतिष्ठानों के पास उपलब्ध संसाधनों का आंकलन करते हुये उससे कोराना वायरस से उत्पन्न स्थिति से निपटने में उपयोग किये जाने के संबंध में मंथन किया गया। सचिव, आपदा प्रबन्धन ने सभी विभागों के आपसी समन्वय, संसाधनों के सही मोबलाइजेशन को अत्यधिक
महत्वपूर्ण बताया।
उन्होंने कहा कि सभी एजेन्सी अपनी परिसम्पत्तियों विशेषकर अस्पताल, क्वारंटाइन सुविधायें, एम्बुलेन्स, वैटीलेटर, प्रशिक्षित मानव संसाधन आदि का विवरण राज्य सरकार के संज्ञान में लाया जाये ताकि आपदाओं के समय उनका सदुपयोग किया जा सके। साथ ही उन्होंने प्रत्येक ऐजेन्सी से एक नोडल अधिकारी नामित करने को भी कहा।
राष्ट्रीय कैडेट कोर के अधिकारियों से एन.सी.सी. कैडिटों को आपदाओं के प्रति प्रशिक्षित कर भीड़ नियंत्रण व होम क्वारंटाईन में रखे गये व्यक्तियों, आवासीय व्यवस्था व नियंण कक्ष में उपयोग किये जाने पर भी सहमति व्यक्त की गयी।
बैठक में सैन्य पृष्ठभूमि से सेवा निवृत्त होने वाले मेडिकल स्टाॅफ व नेहरू युवा केन्द्र के वाॅलियन्टर्स को चिन्हित कर उनका उपयोग इस प्रकार की आपदाओं के नियंत्रण में किये जाने पर बल दिया गया। राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के अन्तर्गत विभिन्न जनपदों में प्रशिक्षित किये गये वाॅलिन्टियर्स की सूची भी तैयार किये जाने पर बल दिया गया।
बैठक में महानिदेशक, पुलिस अनिल रतूड़ी, अशोक कुमार, महानिदेशक, कानून व्यवस्था, अमित नेगी, सचिव, आपदा प्रबन्धन, सचिव (प्रभारी), आपदा प्रबन्धन, एसीओ, यूएसडीएमए रिद्धिम अग्रवाल, आईटीबीपी, बीएसएफ, एसडीआरएफ, एनसीसी, उत्तराखण्ड सब एरिया आदि अधिकारियों ने हिस्सा लिया।