देहरादून : गन्ना किसानों के भुगतान न होने को लेकर 11 फरवरी को बजट सत्र की शुरुआत के दिन ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत विधानसभा के बाहर धरने पर बैठने का ऐलान किया है…और हरीश रावत ने इसकी जानकारी सोशल मीडिया के जरिए जनता को दी है. वहीं हरीश रावत के धरने पर भाजपा ने सवाल खड़े करते हुए हरीश रावत पर राजनीति चमकाने के आरोप लगाए हैं.
जी हां राज्य मंत्री धन सिंह रावत का कहना है कि हरीश रावत के पास अब कुछ काम नहीं बचा हुआ है इसलिए वह धरना देने का काम करने वाले हैं. धन सिंह का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हों या उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार हो दोनों ही किसानों के हितों के लिए अनेक योजनाएं चलाएं चला रही है, जिससे किसानों का सीधा फायदा हो रहा है, इसलिए हरीश रावत को चश्मा बदलना चाहिए और फिर किसानों के बारे में सोचना चाहिए